नई दिल्ली: मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा की हत्या के आरोपी निखिल हांडा को सोमवार को अदालत में पेश किया गया है। कोर्ट ने पुलिस को 4 दिन की रिमांड दी है। इस पूरे हत्याकांड के परतें जिस तरह से खुल रही हैं उससे चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। ऐसा लगता है कि निखिल ने सेना में ली गई ट्रेनिंग का पूरा इस्तेमाल किया है उसे जब अदालत में पेश किया गया तो उसके चेहरे पर किसी तरह का तनाव नहीं था और वह सामान्य दिख रहा था। उसने पुलिसवालों से बातचीत में स्पेशल-26 का जिक्र किया और अनुपम खेर के एक्टिंग की तारीफ की।
दिल्ली डीसीपी विजय कुमार ने बताया, ‘जब मेजर अमित द्विवेदी ने डेड बॉडी की पहचान की तो हमने उनसे पूछा कि आपको किसी पर शक है, इस पर उन्होंने मेजर निखिल हांडा का नाम लिया। मेजर अमित ने शैलजा और निखिल को पहले भी बात करते सुना था। इसके बाद जब हमने शैलजा के सीडीआर निकाले तो पता चला कि करीब 3000 से ज्यादा कॉल और मैसेज निखिल ने शैलजा को किए थे। इसके बाद हमने मेजर निखिल हांडा से संपर्क करने की कोशिश लेकिन वो जवाब नहीं दे रहे थे। उन्होंने अपना फोन ऑफ कर लिया इसके बाद हमारा शक गहरा गया।’
डीसीपी ने बताया, ‘काफी देर बाद मेजर निखिल हांडा की लोकेशन ट्रेस हुई तो पता चला कि वो मेरठ की ओर जा रहा है, ये बेहद अजीब था।उसके बच्चे का इलाज दिल्ली में चल रहा था। इसके बाद हमने एक टीम को मेरठ रवाना किया। यहां उसे गिरप्तार किया और सीसीटीवी में भी दिखी कार भी बरामद की।’
डीसीपी विजय कुमार ने बताया, ‘सुबह करीब आठ शैलजा और निखिल के बीच मिलने की बात हुई। ये लोग करीब 11.15 बजे सेना के बेस कैंप में मिले। इसके बाद दो घंटे तक दिल्ली कैंट से लेकर रिंग रोड पर एम्स तक चक्कर लगाते रहे। इसके बाद दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास शैलजा को मारा और डेड बॉडी को गाड़ी से कुचलने की कोशिश की।’
डीसीपी ने बताया, “आरोपी का प्लान था कि मेरठ में सुबह मौका मिलते ही या तो गाड़ी के टायर चेंज करवाएगा या फिर पूरी तरह खत्म कर देगा। आरोपी से पूछताछ से पहले उसके परिवार से भी पूछताछ कि गई उन्हें कितनी जानकारी है। हम आरोपी को मेरठ भी ले जाएंगे, इसके साथ दिल्ली में जहां जहां था उन सभी ठिकानों पर जाएंगे।’
डीसीपी के मुताबिक यह मर्डर पहले से साजिश करके किया गया है। डीसीपी विजय कुमार ने बताया, ‘आरोपी से अभी तक हुई पूछताछ के मुताबिक ये प्री प्लांड मर्डर लग रहा है। शैलजा के लिए इतना जुनून दिखाना, चाकू लेकर चलना, इतना गहरा हमला करना दिखाता है कि यह सब कुछ पहले से प्लान करके किया गया है। 2015 आरोपी मृतक शैलजा के संपर्क में आया था, दोनों तरफ से बातें हुई लेकिन कॉल और मैसेज को देखकर लगता है कि आरोपी का व्यवहार पीड़ित की तरफ ज्यादा ही जुनूनी था।’
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