कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण की व्यवस्था लागू नहीं करने को इस वर्ग के युवाओं के साथ अन्याय बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पत्र पर विचार करना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी ने NEET से भरी जा रही सीटों में राष्ट्रीय कोटा के तहत राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों के चिकित्सा संस्थानों में ओबीसी वर्ग के छात्रों को आरक्षण देने की जायज माँग उठाई है।
ये सामाजिक न्याय का तकाजा है।
आशा है कि केंद्र सरकार इस पर अमल करेगी। pic.twitter.com/32M2rdtvoF
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 4, 2020
प्रियंका ने ट्वीट किया “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने नीट के जरिये भरी जा रही सीटों में राष्ट्रीय कोटा के तहत राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों के चिकित्सा संस्थानों में ओबीसी वर्ग के छात्रों को आरक्षण देने की जायज मांग उठाई है। ये सामाजिक न्याय का तकाजा है। आशा है कि केंद्र सरकार इस पर अमल करेगी।”
इसके साथ ही उन्होंने सोनिया गांधी का वह पत्र भी पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण व्यवस्था को लागू करने का अनुरोध किया है।
कांग्रेस की शीर्ष नेता ने कहा कि ‘ऑल इंडिया फैडरेशन फॉर अदर बैकवर्ड क्लासेज’ की ओर से एकत्र किए कए आंकड़ों के मुताबिक, राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में ओबीसी आरक्षण लागू नहीं होने से 2017 के बाद से ओबीसी छात्रों को 11,000 से अधिक सीटें गंवानी पड़ी हैं।’’
उनके अनुसार, राज्य के मेडिकल संस्थानों में ओबीसी आरक्षण नहीं दिया जाना 93वें संवैधानिक संशोधन का उल्लंघन है और इससे योग्य ओबीसी छात्र मेडिकल शिक्षा हासिल करने से वंचित रह जाते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘समता और सामाजिक न्याय के हित में केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मेडिकल संस्थानों में भी मेडिकल एवं डेंटल के अखिल भारतीय कोटे के तहत ओबीसी छात्रों को आरक्षण दिया जाए।’’