सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने अपनी ही एक पूर्व कर्मचारी के उनपर लगाये गये यौन शोषण के आरोपों के बीच उनकी अध्यक्षता वाली संविधान पीठ की मंगलवार से शुरू होने वाली सभी सुनवाइयों को स्थगित कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के अतिरिक्त पंजीयक की तरफ से 22 अप्रैल को जारी नोटिस में कहा गया है कि मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ में 23 अप्रैल से शुरू होने वाली सुनवाइयों को स्थगित कर दिया गया है।
पहले 16 अप्रैल को जारी नोटिस में आज से मामलों पर सुनवाई होने का उल्लेख था। पांच सदस्यों वाली इस संविधान पीठ में रंजन गोगोई के अलावा न्यायमूर्ति एन. वी. रमण, न्यायमूर्ति डी. वाई. चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना शामिल हैं।
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पीठ के समक्ष वित्त विधेयक 2017,मुख्य न्यायाधीश को सूचना के अधिकार के दायरे में लाने के अलावा तीन और मामलों की सुनवाई लंबित है। गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शनकारी सर्वोच्च न्यायालय परिसर के बाहर एकत्र हुए। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व कनिष्ठ महिला कर्मचारी ने गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।