प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के साथ बैठक है। साल 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को लेकर सबसे बड़ी राजनीतिक बैठक हो रही है, जिस पर देशभर की नजरें टिकी हुई है। इस बीच बैठक में पाकिस्तान को शामिल करने के महबूबा मुफ्ती के प्रस्ताव को लेकर जम्मू में विरोध शुरू हो गया है।
डोगरा फ्रंट ने जम्मू में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी का कहना है, “यह विरोध महबूबा मुफ्ती के उस बयान के खिलाफ है जो उन्होंने गुप्कर की बैठक के बाद दिया था कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे में एक हितधारक है। उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए।”
दरअसल, पड़ोसी मुल्क की वकालत करते हुए पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से भी बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, “अगर मोदी सरकार दोहा जा सकती हैं और तालिबान से बात कर सकते हैं, तो उन्हें हमारे साथ और पाकिस्तान के साथ भी एक प्रस्ताव लाने के लिए बातचीत करनी चाहिए। कश्मीर का मसला हल होना बेहद जरूरी है इससे राज्य में अमन और शांति बहाल होगी और आम कश्मीरी बेहतर जिंदगी जीएगा।”
फिर छलका महबूबा मुफ़्ती का पाक-प्रेम , कहा – PM कश्मीर मुद्दे पर पकिस्तान को बातचीत में करें शामिल
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेताओं के साथ बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर में हलचल है। राज्य में 48 घंटे का अलर्ट जारी किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाएं बंद रखी जा सकती हैं। बैठक में आमंत्रित किए गए चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित 14 नेताओं में से अधिकतर बुधवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं।