मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दावा किया कि गोवा विधानसभा संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर धन्यवाद प्रस्ताव लाने वाली पहली विधानसभा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने जो ‘ऐतिहासिक फैसला’ लिया है यह उसके प्रति गोवा की जनता की वास्तविक कृतज्ञता को दर्शाता है। गोवा विधानसभा ने सोमवार को विपक्षी कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के बहिर्गमन के बीच संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बधाई देने वाला प्रस्ताव पारित किया।
सावंत ने सोमवार शाम को एक ट्वीट किया, ‘‘मुझे प्रसन्नता है कि गोवा विधानसभा को सीएए 2019 के समर्थन में सबसे पहले धन्यवाद प्रस्ताव लाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी के ऐतिहासिक फैसले के प्रति यह गोवा की जनता का वास्तविक आभार और समर्थन है।’’
I am delighted that Goa Assembly has had the privilege of being the first to pass a congratulatory motion in support of #CAA2019. This is the real sentiment of gratitude and support from the people of Goa towards this historic decision by PM @narendramodi ji & HM @AmitShah ji.
— Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) February 3, 2020
राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में अध्यक्ष सहित भाजपा के 27 विधायक हैं। प्रस्ताव पारित होने के समय ये सभी विधायक मौजूद थे। इनके अलावा सदन में दो निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे जिन्होंने भाजपा नीत सरकार को समर्थन दे रखा है। सरकार का समर्थन करने वाले राकांपा विधायक चर्चिल अलेमाओ इस दौरान अनुपस्थित थे।
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विपक्षी विधायकों में पांच कांग्रेस, तीन जीएफपी और एक महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से तथा एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ नेता सीएए पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष के नेता कानून से अनभिज्ञ नहीं हैं। वे इसके बारे में भली-भांति जानते हैं, लेकिन लोगों को जानबूझकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।’’