केरल में दो नाबालिग बहनों से बलात्कार और उनकी मौत के मामले के तीन आरोपियों के बरी होने को लेकर केरल की माकपा नीत एलडीएफ सरकार के खिलाफ रूख कड़ा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता कुम्मनम राजशेखरन ने शुक्रवार को मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए राज्य सचिवालय के समक्ष अनशन किया।
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल राजशेखरन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मामले में राज्य सरकार पर ‘‘अपराधिक लापरवाही’’ के लिए जमकर हमला बोला। प्रदेश के पलक्कड़ जिले के वायलार में 2017 में दो नाबालिग बहनों की मृत्यु को लेकर बीजेपी ने 29 अक्टूबर को 100 घंटे के सत्याग्रह की शुरूआत की थी। यह अनशन उसी का हिस्सा है।
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भगवा पार्टी ने सरकार से मामले में श्वेतपत्र लाने की भी मांग की है। बीजेपी की केरल इकाई के पूर्व अध्यक्ष राजशेखरन ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एम सी जोसेफाइन की भी आलोचना की और कहा कि वह महिला सुरक्षा के प्रति संवेदनशील नहीं हैं। दो नाबालिग लड़कियों के अभिभावकों ने मुख्यमंत्री पी विजयन से यहां गुरुवार को मुलाकात करके मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। 13 और नौ वर्ष की दो लड़कियां 13 जनवरी और चार मार्च 2017 को अपने घर के भीतर फंदे पर लटकी मिली थीं।
पोस्टमार्टम में उनका यौन उत्पीड़न किये जाने की बात सामने आयी थी। विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ ने केरल विधानसभा के 16वें सत्र के पहले दिन की कार्यवाही बाधित की थी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सदन से बहिर्गमन किया था। विजयन ने विपक्ष को भरोसा दिया था कि वह उनकी मांग पर गंभीरता से विचार करेंगे।