मध्य प्रदेश की राजनीति में मची उठापटक के बीच राज्य विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने कांग्रेस के 16 और बीजेपी के एक विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए है। इस्तीफे स्वीकार करते हुए एनपी प्रजापति ने कहा कि मैंने दुखी मन से इस्तीफे स्वीकार किए हैं, क्योंकि मेरे पास कोई दूसरा चारा नहीं था।
उन्होंने कहा कि विधायकों ने लिखित में इस्तीफे भेजे थे, उन्हें उपस्थित होने के लिए दो मौके दिए गए मगर वे उपस्थित नहीं हुए। इसके चलते उनके इस्तीफे मंजूर कर लिए गए। इससे पहले छह विधायकों के इस्तीफे मंजूर हो चुके हैं। इस तरह सभी 22 विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए जा चुके हैं।
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साथ ही उन्होंने कहा, संविधान ने जो मुझे शक्तियां दी, उसका पालन करना जरूरी है। लोकतंत्र में ये विडंबना आ गई है कि जनता किस हेतु के लिए आपको चुनकर भेजती है और आने के बाद आप क्षेत्र को नजरअंदाज करते हैं और खुद के बारे में सोचते हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने का आदेश दिया। इससे पहले स्पीकर के द्वारा 26 मार्च तक सदन को स्थगित किया गया था, वहीं बागी 16 विधायकों के इस्तीफे भी स्वीकार नहीं किए थे। इसी के बाद बीजेपी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी और तुरंत फ्लोर टेस्ट की मांग की गई थी।