महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। भाजपा-शिवसेना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद भी शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी है जबकि बीजेपी साफ कर चुकी है कि मुख्यमंत्री उसी का होगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए फिर बीजेपी पर निशाना साधा है और पूछा कि क्या राष्ट्रपति आपकी जेब में हैं?
सामना में लिखा, ‘महाराष्ट्र की राजनीति फिलहाल एक मजेदार शोभायात्रा बन गई है। शिवराय के महाराष्ट्र में ऐसी मजेदार शोभायात्रा होगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? वर्तमान झमेला ‘शिवशाही’ नहीं है। आगे लिखा, ‘महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की धमकी मत दो। कानून और संविधान की परंपरा हमें पता है। महाराष्ट्र में फिलहाल जो झमेला चल रहा है उसकी चिंगारी हमने नहीं फेंकी है ये जनता जानती है, फिलहाल राष्ट्र के चारों खंभों के स्तंभ की कमट टूटी दिख रही है और पुलिस महकमा अपने स्वामियों के लिए विधायकों की जोड़तोड़ करना ही अपना कर्तव्य मान रहा है। ऐसी धमकियों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
दरअसल शुक्रवार को भाजपा नेता और महाराष्ट्र सरकार में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था कि अगर राज्य में सात नवंबर तक नयी सरकार नहीं बनती है तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गठन में मुख्य बाधा शिवसेना की ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग है।