महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के औरंगाबाद का नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ करने के प्रस्ताव पर बवाल खड़ा होता नजर आ रहा है। सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सहयोगी पार्टी कांग्रेस उद्धव सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस विरोध पर अपना दो टूक जवाब दिया है।
विरोध पर संजय राउत ने अपना जवाब देते हुए कहा, मुझे नहीं पता वो ऐसा क्यों कर रहे हैं। लेकिन, महाराष्ट्र के सीएम ने साफ कहा कि हमारे लिए वह संभाजीनगर है और ऐसा ही रहेगा। यह लोगों की भावनाओं की बात है, इसलिए हम इस पर चर्चा कर सकते हैं लेकिन निर्णय लिया जा चुका है।
औरंगाबाद का नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ करने का निर्णय सर्वसम्मति से होगा : आदित्य ठाकरे
संवाददाताओं द्वारा किए गए एक सवाल के जवाब में शिवसेना नेता ने यह बयान दिया है। संवाददाताओं ने पूछा कि औरंगाबाद को संभाजीनगर का नाम बदलने का विरोध क्यों किया? वहीं शिवसेना ने अपने मुखपत्र “सामना” के एक संपादकीय में कहा है कि औरंगाबाद का नाम बदलने से धर्मनिरपेक्ष दलों के वोट बैंक पर असर पड़ सकता है, क्योंकि नाम बदलने से मुस्लिम समाज नाराज होगा सकता है, क्योंकि नाम बदलने से मुस्लिम समाज नाराज होगा।
गौरतलब है कि शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि औरंगाबाद का विकास एक महत्वपूर्ण पहलु है और उसका नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ करने का निर्णय सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटकों के बीच सर्वसम्मति से लिया जाएगा।