राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भगवत के “हिन्दू-मुस्लिम के समान DNA “वाले बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लव जिहाद और धर्म परिवर्तन कानून पर सवाल खड़े किए। उन्हें कहा कि अगर हिन्दू-मुस्लिम का DNA एक है तो लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के लिए कानून लाने कि क्या आवश्यकता है।
कांग्रेस नेता के इस बयान पर विश्व हिन्दू परिषद् (VHP) के कार्याध्यक्ष अलोक कुमार ने कहा, इस तरह की गलतफहमियां नहीं चलेंगी, लव ज़िहाद पर आपत्ति इसलिए है क्योंकि उसमें धोखे से शादी की जाती है। लड़का ये छुपाता है कि वो मुसलमान है। अलोक कुमार ने कहा, इस्लाम ये कभी नहीं सिखाता कि किसी महिला को धोखे में रखकर शादी की जाए। ये अपराध है इसपर आपत्ति हमेशा बनी रहेगी।
RSS प्रमुख पर दिग्विजय का तंज ‘भागवत-ओवैसी का डीएनए भी एक’, नरोत्तम बोले- कांग्रेस नेता का बयान भ्रामक
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने RSS प्रमुख मोहन भगवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पत्रकारों से कहा था कि हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक ही है, तो धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून का क्या मतलब? ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून का क्या फायदा? तो इसका मतलब है कि मोहन भागवत और ओवैसी का डीएनए एक ही है।
दिग्विजय सिंह द्वारा मोहन भगवत पर किए गए इस तंज को लेकर बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह देश तोड़ने वालों से तुलना करेंगे। देशभक्ति, राष्ट्रभक्ति जिसके डीएनए में है वे हमेशा मोहन भागवत जैसी बात करेंगे। ओवैसी जैसी सोच जिनकी है वे ऐसी ही बात करेंगे। इनकी तुलना हमेशा ऐसी होती है जो समाज में भ्रम पैदा करे और टूटन पैदा करे।