पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली शर्मनाक हार के बाद पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई, इस बैठक में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा पांच राज्यों के पार्टी प्रमुखों से इस्तीफा लेने का फैसला लिया गया था। पंजाब में भी पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान हुआ, इस कारण पार्टी के पंजाब प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सोनिया गांधी को संबोधित अपने पत्र की एक प्रति के साथ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “कांग्रेस अध्यक्ष की इच्छा के अनुसार मैंने अपना इस्तीफा भेज दिया है।”
As desired by the Congress President I have sent my resignation … pic.twitter.com/Xq2Ne1SyjJ
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 16, 2022
सोनिया गांधी ने मांगा था 5 राज्यों के पार्टी अध्यक्षों से इस्तीफा
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कल ट्वीट किया था कि राज्य कांग्रेस इकाइयों के “पुनर्गठन की सुविधा” के लिए इस्तीफे मांगे गए थे। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा है कि वे पीसीसी के पुनर्गठन की सुविधा के लिए अपना इस्तीफा दें।”
सिद्धू ने पार्टी की हार के बाद मीडिया के साथ अपनी पहली बातचीत में आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता में लाकर बदलाव लाने के लिए “उत्कृष्ट” निर्णय लेने के लिए पंजाब के लोगों की प्रशंसा करने के लिए आलोचना की थी। कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने कहा था कि लोगों ने बदलाव को चुना है और वे कभी गलत नहीं होते। उन्होंने कहा “लोगों की आवाज ईश्वर की आवाज है। हमें विनम्रता से इसे समझना चाहिए और इसके आगे झुकना चाहिए।”
कांग्रेस को पंजाब में करना पड़ा करारी हार का सामना
कांग्रेस को पंजाब में आप के हाथों हार का सामना करना पड़ा है, आम आदमी पार्टी ने कुल 117 विधानसभा सीटों में से 92 पर जीत हासिल की। 2017 के चुनावों की तुलना में ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने अपने वोटों में तेज गिरावट देखी, यहां तक कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भी दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। सिद्धू खुद अमृतसर पूर्व सीट आम आदमी पार्टी (आप) की जीवनज्योत कौर से 6,000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए। जहां उन्हें 32,929 वोट मिले, वहीं कौर को 39,520 वोट मिले।