शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को शिअद से निष्कासित तीन नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर टकसाली नेता रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा चुनाव मैदान में उतरते हैं तो वह अपने ही निर्वाचन क्षेत्र से अपनी सुरक्षा जमा राशि जब्त करवा लेंगे।
शिअद अध्यक्ष ने इस अवसर पर जालंधर संसदीय क्षेत्र से चरणजीत सिंह अटवाल की उम्मीदवारी की भी घोषणा की। उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि टकसाली नेता पंजाब के लोगों को पंथिक मुद्दों के बारे में झूठ बोलने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न राजनीतिक संगठनों के सभी हताश और खारिज किये गये नेताओं ने इकट्ठा होकर खुद को टकसाली के रूप में घोषित किया है जबकि उनमें से किसी के पास भी टकसाली पृष्ठभूमि नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कथित टकसाली टीम अपनी लोकप्रियता का परीक्षण करना चाहती है तो उन्हें चुनाव मैदान में उतरना चाहिए और खुद को कांग्रेस की बी-टीम के रूप में कार्य करने के बजाय लोगों के जनादेश का सामना करना चाहिए।
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पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में शिअद अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा लगता है कि वह तथाकथित टकसाली समूह के लिए भी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिअद-भाजपा पंजाब में सभी 13 सीटों पर जीत हासिल करेगी जबकि कांग्रेस पार्टी शून्य पर समाप्त होगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहाल करने में करतारपुर गलियारे की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर श्री बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करतारपुर गलियारे की स्थापना के निर्णय के साथ सिख समुदाय की एक लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान सिख कौम की भावनाओं का सम्मान करेगा। भारत सरकार ने प्रतिदिन पांच हजार तीर्थयात्रियों के लिए गुरुद्वारा साहिब करतारपुर आने की अनुमति मांगी थी। हालांकि, पाकिस्तान करतारपुर साहिब में प्रशासनिक बाधाएं डाल रहा है।’’
विधानसभा चुनाव 2017 में अकाली भाजपा के प्रदर्शन के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में श्री बादल ने बताया कि अकाली भाजपा ने विधानसभा चुनावों के दौरान खराब प्रदर्शन नहीं किया। ‘‘पंजाब में कांग्रेस को 38 फीसदी वोट मिला, हमें 31 फीसदी और आम आदमी पार्टी सिर्फ 21 फीसदी पर समाप्त हो गये।’