अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को ढहाए गए विवादित ढांचे के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत बुधवार को फैसला सुनाने जा रही है। वहीं इस बीच मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को फैसला सुनाने जा रही विशेष सीबीआई अदालत में मौजूद नहीं रहेंगे।
अभियुक्तों के वकील केके मिश्रा ने इस आशय की जानकारी देते हुए यह भी बताया कि राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के भी अदालत में हाजिर होने की संभावना बेहद कम है। अन्य अभियुक्तों में विनय कटियार, महंत धर्मदास, राम विलास वेदांती, लल्लू सिंह, चंपत राय और पवन पांडे फैसला सुनाए जाने से पहले लखनऊ पहुंच गए हैं।
विशेष सीबीआई अदालत 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में आज फैसला सुनाएगी।उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई पूरी करने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था। बता दें कि अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को ढहाए गए विवादित ढांचे के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत बुधवार को फैसला सुनाने जा रही है।
इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता लालष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार समेत 32 आरोपी हैं। 28 वर्ष तक चली सुनवाई के बाद ढांचा विध्वंस के आपराधिक मामले में फैसला सुनाने के लिए सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस.के. यादव ने सभी आरोपियों को तलब किया है। हालांकि कई आरोपी कोर्ट में पेश नहीं होंगे। वही, फैसले को लेकर रामनगरी की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।