लखीमपुर में हिंसक झड़प के बाद लगातार माहौल गमार्या हुआ है। किसान नेताओ और प्रशासन के बीच लगभग सभी मांगों पर वातार्एं हो चुकी हैं आखिरी फैसला आना बाकी है। इस बीच, भीम आर्मी चीफ चन्द्र शेखर आजाद मृतकों का अंतिम दर्शन करने लखीमपुर पहुंचे हैं। फिलहाल मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है वहीं आरएएफ और एसएसबी के जवान भी तैनात किए गए हैं।
किसानों और प्रशासन के बीच करीब 4 दौर की वातार्एं हो चुकी हैं
किसानों और प्रशासन के बीच करीब 4 दौर की वातार्एं हो चुकी हैं। इस दौरान भीम आर्मी चीफ चन्द्र शेखर आजाद ने बताया, “परिवार के दर्द में शामिल होने के लिए यहां पहुंचा हूं, जितनी तकलीफ वहां नहीं हुई उससे ज्यादा तकलीफ पहुंच कर हुई ।” उन्होंने कहा, किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया जाए, किसान 10 महीने से अधिक समय से सीमाओं पर बैठे हैं।
किसानो की तकलीफ को समझ इनकी मांगे मानी जाए
उन्होंने कहा, इस देश के लिए बुरा समय यदि प्रधानमंत्री अब भी नहीं सुनते। अभी भी समय है किसानो की तकलीफ को समझ इनकी मांगे मानी जाए। बता दें कि कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी जाते हुए प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने को गैरकानूनी कदम करार देते हुए सोमवार को कहा कि प्रियंका को तत्काल रिहा कर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने के लिए जाने दिया जाए तथा इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर उनके पुत्र की गिरफ्तारी की जाए।