उत्तर प्रदेश में कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव है और इसी कारण प्रदेश की राजनीति में काफी गरमी भरा माहौल बना हुआ है। प्रदेश की सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनावों में अपने विकास कार्यों को लेकर जनता के समक्ष जाएंगी, तो विपक्षी दल लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे है।
इसी कड़ी में चुनावों से कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने पर‘भाजपा परिवार’को‘भागता परिवार’बताने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सत्तारूढ़ भाजपा ने नसीहत दी है कि वह भाजपा परिवार की चिंता करने के बजाय अपने परिवार की चिंता करें तो बेहतर होगा।
भाजपा का अखिलेश को तीखा जवाब
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सुरेश खन्ना ने शनिवार को अखिलेश के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा,‘‘अखिलेश अपनी और अपनी पार्टी की चिंता करें। समय मिले तो थोड़ फिक्र अपने परिवार की भी कर लें। दूसरे दलों से कूड़ भरने की बजाय वे अपने घर को सहेज लें, तो बेहतर रहेगा।‘‘
उल्लेखनीय है कि राज्य की सीतापुर सदर सीट से भाजपा के विधायक राकेश राठौर ने बसपा के छह बागी विधायकों के साथ सपा का दामन थाम लिया। इस मौके पर अखिलेश ने भाजपा परिवार को भागता परिवार बताते हुये कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा का सफाया हो जायेगा क्योंकि भाजपा के राज में भाजपा के नेता ही नहीं बल्कि जनता भी बहुत परेशान है।
अखिलेश यादव अपराधियों के आका, झूठ बोलना उनकी आदत है
इस पर खन्ना ने अपनी प्रतिक्रिया में अखिलेश को‘अपराधियों का आका एवं गुंडाराज का पर्याय’बताते हुये कहा कि तुष्टीकरण की राष्ट्रघाती राजनीति करने वाली सपा के मुखिया अखिलेश यादव से इससे अधिक की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। झूठ बोलना उनकी आदत है और आदत जल्दी छूटती नहीं।
उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष को अहम तो बहुत पहले से था। अब वहम भी हो गया है। उनके द्वारा लगातार दिए जा रहे उलजुलूल बयान इसके सबूत हैं। खन्ना ने कहा कि सपा का जो चरित्र है, उसी तरह के लोग उनके यहां टिकट की लाइन में लगे हो। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने का सपना देख रहे अखिलेश जानते हैं कि ऐसे लोगों को यश भारती से नवाजने का मौका जनता उन्हें अब कभी नहीं देगी। इसलिये वह ऐसे नेताओं को सपा के टिकट से ही नवाज दें, तो बेहतर रहेगा।