लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बड़ी रहत देते हुए जमानत दे दी है। इस पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। प्रियंका ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए कहा, मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि कोई नैतिकता है या नहीं? उन्होंने कहा प्रधानमंत्री की देश, देशवासियों और अन्नदाताओं के प्रति कोई नैतिक जिम्मेदारी है या नहीं।
प्रियंका ने साधा PM मोदी पर निशाना, जानें क्या कहा
प्रियंका ने अजय मिश्रा को लेकर पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए कहा कि पहले तो आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचलकर उनकी जान ले ली और आप उन्हें गिरफ्तार और पद से बर्खास्त करने को तैयार नहीं हुए। किसानों ने और नेताओं ने कितना संघर्ष किया जिसके बाद जाकर आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। आप हर वक्त अपने मंत्री के साथ हैं, वो अभी भी आपकी कैबिनेट का हिस्सा हैं क्यों? आपको नहीं लगता यह गलत है और आप हर वक्त देश की जनता को महज गुमराह कर रहे हैं। प्रधानमंत्री की भी देश के प्रति कुछ नैतिक जिम्मेदारियां होती हैं।
आशीष मिश्रा को लखीमपुर हिंसा मामले में मिली जमानत
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जमानत दे दी। इस घटना में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने इस मामले में मोनू को जमानत दी। अदालत की लखनऊ पीठ ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सुनवाई पूरी करने के बाद मिश्रा की याचिका पर 18 जनवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था। मिश्रा की ओर से पेश वकील ने अदालत से कहा था कि उनका मुवक्किल निर्दोष है और उसके खिलाफ इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उसने किसानों को कुचलने के लिए एक वाहन के चालक को उकसाया था।
लखीमपुर हिंसा में हुई थी 8 लोगों की मौत
याचिका का विरोध करते हुए, अपर महाधिवक्ता वीके शाही ने कहा था कि घटना के समय मिश्रा उस कार में सवार थे जिसने किसानों को कथित तौर पर अपने पहियों के नीचे कुचल दिया था। याचिकाओं पर सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति राजीव सिंह की एकल पीठ ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। गौरतलब हैं कि तीन अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। यह हिंसा तब हुई थी जब किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाके के दौरे का विरोध कर रहे थे। घटना के आरोपियों में आशीष मिश्रा का नाम भी शामिल है।