उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले विकास परियोजनाओं की झड़ी लगी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाहजहांपुर में 36 हजार 230 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाले प्रदेश के सबसे लंबे ‘गंगा एक्सप्रेस वे’ की आधारशिला रखेंगे। इसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी।
यूपी के 12 जिलों से होकर गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ से प्रयागराज तक यूपी के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेस-वे यूपी के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र को आपस में जोड़ेगा।यह एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग (NH-334) पर मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज बाइपास (NH-19) पर जुडापुर दांदू ग्राम के पास समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे पर वायु सेना के विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किमी की हवाई पट्टी भी होगी।
गंगा एक्सप्रेस वे पश्चिमी यूपी के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं और शाहजहांपुर जिले से गुजर रहा है। साथ ही लोगों की सुविधाओं के लिए नौ जनसुविधा केंद्र, सात रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 126 लघु सेतु और 381 अण्डरपास बनाये जायेंगे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि मोदी जी आज गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में विकास रुकेगा नहीं, तीव्रता के साथ आगे बढ़गा और न केवल हम सबके जीवन में, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के जीवन में भी व्यापक परिवर्तन का कारक बनेगा। इस विकास में हम सबको सहभागी बनना है।’’
संगम नगरी प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे न सिर्फ पूरब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दूरी को कम करेगा बल्कि कई राज्यों को भी उत्तर प्रदेश के करीब लायेगा। इसका फायदा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्यों को मिलेगा। पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी यूपी के 12 जिलों से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक गलियारे से लेकर कई अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़वा दिया जा रहा है।