पूर्व केंद्रीय मंत्री और ओलंपिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की आड़ में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर हिंसा फैलाने वालो को शह देने का आरोप लगाया है।
बीजेपी के राष्ट्रव्यापी जन जागरण अभियान के तहत बुलंदशहर के मोती बाग मैदान में आयोजित जनसभा में राज्यवर्धन ने गुरूवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून किसी को नागरिकता से वंचित करने के लिए नहीं अपितु पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान से धर्म मजहब के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आने वाले हिंदू सिख इसाई पारसी जैन पौधों को नागरिकता देने के लिए बना है।
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उन्होंने कहा कि देश के किसी भी मुसलमान अथवा गैर हिंदू को इस कानून से डरने की कोई जरूरत नहीं है। 31 दिसंबर 2014 तक जो हिंदू, सिख, ईसाई धर्म मजहब के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हैं उनको छानबीन के बाद भारत की नागरिकता दी जाएगी।
लोकसभा सदस्य ने कहा कि पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान मूलत: इस्लामिक राष्ट्र है। मोदी सरकार ने देश विभाजन के बाद नेहरू लियाकत समझौते व महात्मा गांधी की भावनाओं के अनुरूप नागरिकता संशोधन कानून बनाकर महात्मा गांधी के प्रतिबद्धता व्यक्त की है।