उत्तर प्रदेश में बलिया जिले में एक वृद्ध द्वारा अपनी पत्नी को ठेले पर अस्पताल लेकर पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना जिले के अंदौर गांव की है। इस वीडियो में अंदौर गांव का रहने वाला सकुल प्रजापति अपनी बीमार पत्नी जोगनी (55) को ठेले पर लेकर अस्पताल जाता दिखाई दे रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज पांडे ने मंगलवार को बताया कि उप मुख्यमंत्री पाठक ने महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) को मामले की जांच के आदेश दिए हैं ।
इलाज के दौरान महिला की हो गई थी मौत
इस मामले में पूछे जाने पर सकुल ने बताया कि 28 मार्च को पत्नी को अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं मिला तो वह उसे ठेले पर लेकर चिकलहार स्वास्थ्य केंद्र चला गया, जो उसके घर से तीन किलोमीटर दूर है । उसने बताया कि चिकित्सकों ने कुछ दवाएं देकर उसकी पत्नी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जिसके बाद वह अपनी पत्नी को पियारिया गांव में ठेले पर ही छोड़कर कपड़े और पैसे लेने घर गया और फिर पत्नी को टेंपो से लेकर अस्पताल पहुंचा। पुलिस ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। सकुल ने दावा किया कि उसकी पत्नी की मौत रात करीब 11 बजे हुई, और अस्पताल ने शव घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराई जिसके बाद उसने 1100 रुपये में निजी एम्बुलेंस की।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है । उन्होंने कहा, उप्र में चिकित्सा की झूठी उपलब्धि के झूठे विज्ञापनों में जितना खर्च किया जाता है, उसका थोड़ा-सा हिस्सा भी अगर सपा के समय सुधरी चिकित्सा सेवाओं पर लगातार खर्च किया जाता रहा होता तो आज भाजपा के राज में स्ट्रेचर व एम्बुलेन्स के अभाव में लोगों की जो जान जा रही है वो बचाई जा सकती थी। यह बात उन्होंने ट्वीट के जरिए कही।
इस मामले में पूछे जाने पर सकुल ने बताया कि 28 मार्च को पत्नी को अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं मिला तो वह उसे ठेले पर लेकर चिकलहार स्वास्थ्य केंद्र चला गया, जो उसके घर से तीन किलोमीटर दूर है । उसने बताया कि चिकित्सकों ने कुछ दवाएं देकर उसकी पत्नी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जिसके बाद वह अपनी पत्नी को पियारिया गांव में ठेले पर ही छोड़कर कपड़े और पैसे लेने घर गया और फिर पत्नी को टेंपो से लेकर अस्पताल पहुंचा। पुलिस ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। सकुल ने दावा किया कि उसकी पत्नी की मौत रात करीब 11 बजे हुई, और अस्पताल ने शव घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराई जिसके बाद उसने 1100 रुपये में निजी एम्बुलेंस की।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है । उन्होंने कहा, उप्र में चिकित्सा की झूठी उपलब्धि के झूठे विज्ञापनों में जितना खर्च किया जाता है, उसका थोड़ा-सा हिस्सा भी अगर सपा के समय सुधरी चिकित्सा सेवाओं पर लगातार खर्च किया जाता रहा होता तो आज भाजपा के राज में स्ट्रेचर व एम्बुलेन्स के अभाव में लोगों की जो जान जा रही है वो बचाई जा सकती थी। यह बात उन्होंने ट्वीट के जरिए कही।