अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत गज़नी में सोमवार को एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जानकारी के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त विमान में 110 लोग सवार थे और यह हेरात से दिल्ली के लिए उड़ान भर रहा था। गज़नी प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता आरिफ नूरी ने कहा, “गज़नी प्रांत के देह याक जि़ले में दोपहर एक बजकर करीब 10 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार आठ बजकर 40 मिनट) पर एक विमान हादसे का शिकार हो गया।
विमान में आग लगी हुई है और ग्रामीण इसे बझाने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “ हम अब भी नहीं जानते हैं कि क्या यह सैन्य विमान था या वाणिज्य।” इस घटना में मारे गए लोगों की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। यह इलाका तालिबान के नियंत्रण में है। दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
उत्तर प्रदेश में हुए सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान PFI से जुड़े 73 खातों में जमा हुए 120 करोड़ रुपए
दुर्घटनाग्रस्त विमान को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग जानकारियां आ रही हैं। कुछ लोगों का दावा है कि विमान सरकारी आरियाना अफगान एयरलाइंस का है, लेकिन कंपनी ने कहा है कि अफवाहें ‘सही नहीं हैं।’’ कंपनी ने फेसबुक के अपने पेज पर कहा, ‘‘आरियाना अफगान एयरलाइंस की सभी उड़ानें सामान्य तरीके से पूरी हुई हैं। गज़नी प्रांत में ग्रामीण इलाकों का बड़ा हिस्सा तालिबान के कब्ज़े या प्रभाव में है। इसलिए अधिकारियों के लिए इलाके में पहुंचना मुश्किल है।
अफगानिस्तान में खराब मौसम की वजह से सैन्य विमान दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं, खासकर हेलीकॉप्टर। अफगानिस्तान में पिछली बार मई 2010 में असैन्य विमान हादसे का शिकार हुआ था। तब पमीर एयरवेज़ का विमान खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह विमान उत्तरी कुंदुज़ प्रांत से काबुल जा रहा था। इसमें 38 मुसाफिर और छह चालक दल के सदस्य सवार थे।