अफगानिस्तान के दो अधिकारियों और तालिबान संगठन की ओर से कहा गया कि उग्रवादियों ने बृहस्पतिवार को प्रांतीय राजधानी गजनी पर कब्जा कर लिया है। बीते एक हफ्ते में विद्रोही 10 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में लड़ाई अब भी चल रही है। तालिबान वहां अपने झंडे फहरा रहे हैं और कई घंटों तक चले भारी संघर्ष के बाद अब शहर में शांति है।
हालांकि काबुल में अफगान केंद्रीय सरकार और सुरक्षा बलों ने गजनी पर तालिबान के कब्जे के बात अभी स्वीकार नहीं की है। गजनी, काबुल के दक्षिणपश्चिम में 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।तालिबान ने गजनी प्रांत पर पकड़ मजबूत कर लिया है। हालांकि आतंकवादी संगठन ने प्रांतीय गवर्नर और राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख को काबुल आने की अनुमति दी है।मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्यपाल दाउद लघमनी के अंगरक्षकों को कथित तौर पर निशस्त्र कर दिया गया और दोनों पक्षों के बीच समझौते के आधार पर काबुल तक ले जाया गया।
अफगान सरकार ने हालांकि गजनी प्रांत के पतन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों ने कहा है कि लड़ाके सभी सरकारी सुविधाओं में प्रवेश कर चुके हैं। अगर पुष्टि हो जाती है, तो गजनी सिर्फ सात दिनों में तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने वाला 10 वां प्रांत होगा। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि लड़ाकों ने राष्ट्रीय पुलिस मुख्यालय, केंद्रीय जेल और अन्य सरकारी बलों की सुविधाओं पर नियंत्रण कर लिया है।
इस बीच, फराह के प्रांतीय गवर्नर के साथ चार सरकारी अधिकारियों ने भी तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और बाद में दावा किया गया कि उन्हें प्रांत में राष्ट्रीय पुलिस मुख्यालय ले जाया गया है। अफगान सरकार ने अभी इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। जैसे-जैसे सुरक्षा की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, अफगान सरकार ने अपने सैन्य नेतृत्व में फेरबदल किया और हेबतुल्लाह अलीजाई को नया सेना प्रमुख नियुक्त किया है। अलीजाई पहले अफगान सेना के विशेष अभियान दल का नेतृत्व कर रहे थे।